दिल्ली। आम आदमी की नजर में पुलिस की छवि हमेशा कड़क ही नजर आती है। एक सामान्य धारणा होती है कि पुलिस वाले दिल से कभी नहीं सोचते। लेकिन यह सच नहीं है। ऐसी ही धारणा रखने वालों को शायद आश्चर्य होगा कि दिल्ली में तैनात आईपीएस अधिकारी डीसीपी साउथ एचजीएस धालीवाल ने अस्पताल में बच्चों का मन बहलाने के लिए कहानियां सुनाई हैं।
यह दिलचस्प है और काबिले तारीफ भी कि अपने व्यस्ततम शिड्यूल में से दिल्ली के यह आईपीएस अधिकारी एस्कोर्ट हार्ट रिसर्च एण्ड इंस्टीट्यूट जिंदगी की जंग से जूझते बच्चों से मिलने पहुंचे और उन्हें कहानियां भी सुनाई। एक मीटिंग से सीधे अस्पताल बच्चों से मिलने पहुंचे धालीवाल जब समय से थोड़ा लेट पहुंचे, तो यहां पांच साल का यश उनसे पूछ बैठा, आप लेट कैसे हो गए? धालीवाल ने हंसते हुए जवाब दिया, इंडियन पुलिस हमेशा लेट पहुंचती है, बस इसलिए। यही से शुरु हुुआ बातों का सिलसिला कुछ ऐसा बना कि बच्चों की ख्वाहिश पूरी करने के लिए धालीवाल ने उन्हें कहानियां भी सुनाई। यह मुलाकात दिल्ली के गलियारों में बेहद चर्चित हो चुकी है।