दिल्ली। इरादे नेक और हौसले बुलंद हों, तो भारी से भारी संकट भी आपको तोड़ नहीं पाता। बीते तीन दशक से ज्यादा समय में रियल एस्टेट के उतार-चढ़ावों के बीच दिल्ली-एनसीआर में खास पहचान बनाने वाले गुलशन नागपाल के कारोबार पर कोविड का कहर कोई असर नहीं डाल पाया। गुलशन ने इस दौर में भी ऑनलाइन प्रयोग और अपनी गुणवत्तापूर्ण डिलीवरी से अपने ग्राहकों को बांधे रखने में कामयाबी हासिल की है।
1989 में दिल्ली से गुलशन होम्ज की स्थापना करने वाले गुलशन नागपाल आज 31 साल बाद रियल एस्टेट का एक जाना-माना चेहरा हैं। अपने शुरुआती दिनों में पश्चिम दिल्ली में घर बनाने और बेचने की शुरुआत करने वाले गुलशन का कारोबार बढ़ता गया। गुणवत्ता से नागपाल ने कभी समझौता नहीं किया। धीरे-धीरे कारोबार बढ़ा तो लग्जरी विला, फ्लैट्स बनाने लगे और एक निश मार्केट को टार्गेट किया। उनका यह प्रयोग चल भी गया। इस वित्तीय वर्ष में गुलशन की कंपनी अब तक 522 युनिट बेच चुकी है। गुलशन के मुताबिक हमारे गुलशन केबाना, गुलशन बोटनिया और गुलशन बेलिना जो कि सभी तीनों प्रोजेक्ट्स नोएडा में हैं, बेहद सफल रहे हैं। कोविड 19 के कहर में भी हमारी सेल्स बहुत अच्छी रही है। हमने इस दौर में ऑनलाइन अपने मार्केट को बढ़ाने में कामयाबी हासिल की है। हम इस बात को समझ रहे हैं कि ऑनलाइन बाजार तेजी से बढ़ रहा है और इसमें किये जाने वाले प्रयोग आने वाले दौर में बहुत ही बेहतरीन परिणाम देने वाले साबित होंगे।
फिलहाल लॉकडाउन के बाद गुलशन होम्ज ने वर्चुअल टूर्स और डिजिटल प्रमोशन के जरिए अपने ग्राहकों तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की है। कंपनी के मुताबिक ऑनलाइन एप्रोच से हम नए ग्राहकों तक पहुंच बनाने में भी कामयाब रहे हैं।