नई दिल्ली। देश की जानी-मानी कंपनी सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड की टीम इन दिनों चर्चा में है। वजह हैं कंपनी के CMD Nand Lal Sharma और उनका अनुभव। टनल में फंसे 41 मजदूरों की जान सांसत में आने के बाद सुरंग से जुड़े बचाव अभियान में भारत सरकार ने SJVN CMD Nand Lal Sharma को साथ लिया। शर्मा को लेकर प्रधानमंत्री के सलाहकार भास्कर खुल्बे को फीडबैक दिया गया और खुल्बे ने शर्मा के अनुभवों और दक्षता को प्राथमिकता देते हुए आगे किया।
टनल रेस्क्यू अभियान से जुड़े टॉप ऑफिशियल्स के मुताबिक Satluj Jal Vidyut Nigam के सीएमडी को पीएमओ की मॉनिटरिंग कमेटी का हिस्सा बनाया गया। उन्होंने अपने जियोलॉजिस्ट, डिजाइन एक्सपर्ट और सिविल इंजीनियर्स की एक टीम मौके पर भेजी जो न केवल टनल के फील्ड एक्सपर्ट थे, बल्कि वर्टिकल ड्रिलिंग के अनुभवी विशेषज्ञ भी थे। इन 15 एक्पट्र्स की टीम ने उन समय मौका संभाला जब हॉरिजोंटल ड्रिलिंग में दिक्कतें शुरू हुई। एसजेवीएन की टीम के लिए तीन मशीनों को मोबलाइज किया गया, जो गुजरात के वलसाड़, देवप्रयाग और उड़ीसा के हीराकुंड से अरेंज की गई। यह वही टीम थी जो इस पूरे ऑपरेशन में 40 मीटर की वर्टिकल ड्रिलिंग में कामयाब हुई थी।
अधिकारियों के मुताबिक मौके पर हॉरिजोंटल और वर्टिकल दोनों ड्रिलिंग पर काम किया गया। लेकिन 41 मजदूरों की जान बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में सभी प्रयास किए गए। एक समय आया जब हॉरिजोंटल ड्रिलिंग कामयाब होती, दिखी तो वर्टिकल को रोक कर तुरंत मजदूरों तक पहुंच बनाई गई। इस पूरे मिशन में प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर भू-वैज्ञानिकों और तकनीकी दक्षता से जुड़े अधिकारियों में सतलुज जल विद्युत निगम की टीम और प्रयासों की जमकर सराहना हो रही है। बताया जा रहा है कि सीएमडी नंद लाल शर्मा का लम्बा अनुभव और विशेषज्ञता ने इस पूरे मिशन में महत्त्पूर्ण भूमिका निभाई है।