देहरादून। उत्तराखंड के चर्चित DGP Ashok Kumar सेवानिवृत्त हो गए हैं। अपने कामकाज, अंदाज, व्यवहार और लेखन के लिए खास पहचाने जाने वाले IPS Ashok Kumar को पुलिस महकमे ने विदाई कुछ ऐसी दी की न केवल महकमे के लिए बल्कि IPS Ashok Kumar के लिए भी कभी न भूलने वाले पल बन गए।
इस अवसर पर पुलिस लाइन देहरादून में भव्य विदाई समारोह आयोजित किया गया जिसमें सबने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। देहरादून से मिली जानकारियों के मुताबिक इस मौके पर IPS Ashok Kumar ने उत्तराखंड पुलिस के जवानों को भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा,वर्दी का आज आखरी दिन हैं। चुनौतियां भी आई। जब मैं डीजीपी बना, तो उस समय भी कोविड की चुनौती सामने खड़ी थी। कोविड के बीच में कुंभ करवाने की भी चुनौती थी, लेकिन इन सबको हम सबने मिलकर पार किया। चार धाम यात्रा, कावड़ यात्रा आदि को फिर से शुरू किया। आप सबने मिशन हौसला के जरिए आप सबने जब अपनी जान झोंक कर लोगों की सेवा की। हमें हमेशा यह याद रखना है कि पुलिस जनता के लिए बनी है। पुलिस और जनता के बीच की दूरी को कम करने का प्रयास हमेशा किया जाना चाहिए। पुलिस का डर अपराधियों में हो और आम आदमी को हमेशा पुलिस से मेल मिलाप में खुशी होनी चाहिए। आपको ध्यान है कि ऑपरेशन प्रहार में हमने 2000 से ज्यादा भूमाफिया, चिटफंड, नकल माफियाओं को जेल भेजा। जिसके चलते उत्तराखण्ड पुलिस क्राइम कंट्रोल के मामले में देश में सर्वोच्च स्थान पर है। इसका श्रेय आपको है क्योंकि आप हम सब प्रोफेशनल पुलिसिंग के जरिए सबकी मदद कर रहे हैं। डीजीपी रहते जो कुछ भी सफलता हम हासिल कर पाए मैं कहंूगा यह सब टीम भावना की वजह से हुआ। कुछ भी टीम के बिना संभव नहीं है। आप सब अपनी जान जोखिम में डाल कर चट्टान की तरह मेरे साथ खड़े रहे, तो हम जीत पाए। मैंने पुलिस को जिया है। पुलिस मेरे जीवन का अद्भुत अंग रहेगा। मुझे भरोसा है नए डीजीपी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड पुलिस नई ऊंचाईयों को छूएगी। ‘
IPS Ashok Kumar की पुस्तक Cyber Encounters भी खासी चर्चा में रह चुकी है। DRDO के वैज्ञानिक रह चुके प्रकाश मानेचा के सह लेखन में यह पुस्तक इसी साल अप्रैल में रिलीज़ हुई थी। इस पुस्तक में 12 रोचक कहानियों के जरिये IPS Ashok Kumar ने जन-जागरूकता का सफल प्रयास किया था।
IPS Ashok Kumar प्रोफेशनल पुलिसिंग के बड़े समर्थक हैं। वह कहते हैं प्रोफेशनल पुलिसिंग की वजह से ही उत्तराखंड में क्राइम कंट्रोल है। वह समय समय पर एक कांस्टेबल से IPS तक सभी को मोटिवेट करते नज़र आते थे। FAKE News के प्रति हमेशा कड़ा रुख अपनाते थे और जनता की अवेरनेस के लिए समय समय पर FAKE News Alert खुद भी शेयर करना पसंद करते ताकि कोई जाने-अनजाने उनका शिकार न हो जाये।