फोन टैपिंग का मसला करीब-करीब हर सरकार से जुड़ा होता है। टैपिंग सरकार के इशारों पर होती है, लेकिन मौका और दस्तूर बन जाता है, तो उसकी जद में डीजीपी या वरिष्ठ आईपीएस आ ही जाते हैं। ताजा मिसाल को ही लें तो जहां राजस्थान में फोन टैपिंग मामले को लेकर चर्चा में रहे डीजीपी उमेश मिश्रा ने अचानक सरकार बदलते ही वीआरएस ले लिया, वहीं महाराष्ट्र में फोन टैपिंग को लेकर बड़ी चर्चा में रह चुकी आईपीएस रश्मि शुक्ला को पुलिस महानिदेशक बना दिया गया है। जिस तरह राजस्थान के डीजीपी उमेश मिश्रा (IPS Umesh Mishra) का VRS रातों-रात स्वीकार भी हो गया, उसी तरह महाराष्ट्र की डीजीपी बनीं रश्मि शुक्ला (IPS Rashmi Shukla) के एक फोन टैपिंग मामले में रातों-रात एफआर लगाई गई है।
महाराष्ट्र सरकार का आईपीएस रश्मि शुक्ला (IPS Rashmi Shukla) को डीजीपी बनाने का आदेश जारी होने के बाद इस बात की चर्चा भी सामने आई है कि उनके खिलाफ फोन टैपिंग मामले से जुड़ी एफआईआर पर एक दिन पहले ही एफआर लगाई गई और उसके अगले दिन आदेश जारी किए गए। आईपीएस रश्मि शुक्ला 1988 बैच की अधिकारी हैं और अब तक सशस्त्र सीमा बल की महानिदेश के तौर पर सेवाएं दे रही थीं।
DGP Rashmi Shukla से जुड़ा फोन टैपिंग विवाद
2020 में जब आईपीएस रश्मि शुक्ला (IPS Rashmi Shukla) स्टेट इंटेजीजेंस डिपार्टमेंट (एसआईडी) में बतौर आयुक्त सेवाएं दे रहीं थी, तब की एक रिपोर्ट लीक करने के आरोपों के साथ फोन टैपिंग का विवाद जुड़ा। यह मामला 2022 में उछला और आईपीएस शुक्ला चर्चा में आईं। इस दौरान रश्मि पर एक रिपोर्ट लीक करने का आरोप लगाया गया, जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों और बिचौलियों के बीच सांठगांठ का खुलासा हुआ। बताया गया कि ट्रांस्फर और पोस्टिंग के लिए पैसे का लेनदेन हुआ था। हालांकि आईपीएस रश्मि ने सभी आरोपों को निराधार बताया था और उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने जो भी किया वह राष्ट्रीय सुरक्षाऔर सार्वजनिक सेवा के हितों मे किया गया था।
कौन हैं DGP Rashmi Shukla?
1988 बैच की आईपीएस रश्मि शुक्ला (IPS Rashmi Shukla) 15 अगस्त 1965 को मुंबई में ही जन्मीं और यहीं पली-बढ़ी। कॉलेज की पढ़ाई पूरी करके भारतीय पुलिस सेवा में चयनित हुई और आईपीएस उदय शुक्ला को जीवनसाथी चुना। उदय का 2018 में 58 वर्ष की उम्र में देहांत हो गया। महाराष्ट्र में पुलिस सेवाओं में रहते आईपीएस रश्मि शुक्ला ने बेहद ईमानदारी और मेहनत से खास पहचान बनाई। उन्होंने मुंबई में एक पुलिस इंस्पैक्टर के तौर पर भी अपने जीवनकाल में सेवाएं दी हैं, तो रश्मि मुंबई पुलिस कमिशनर बनने वाली दूसरी आईपीएस अधिकारी के तौर पर भी पहचान रखती हैं। कई महत्त्वपूर्ण पदों पर सेवाओं का अनुभव लिया और 2004 व 2013 में राष्ट्रपति पदक के साथ ढेरों मंचों पर सम्मानित होने का उन्हें सेवाकाल में अवसर मिला। जानकारी के मुताबिक डीजीपी रश्मि शुक्ला 30 जून 2024 को सेवानिवृत्त होंगी।