270 करोड़ यूएस डॉलर्स की वर्थ वाले बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने चर्चित आईपीएस-आईआरएस जोड़ी का ऑटोग्राफ लेते हुए लिखा है, यह ऑटोग्राफ मेरे लिए विरासत हैं। देखने में यह घटना सामान्य नजर आ सकती है, लेकिन इस देश की सवोच्च सेवाओं तक पहुंचने के लिए चंबल के बीहड़ से निकला लडक़ा भारत की रगों में बहते मूमेंटम को प्रभावित कर रहा है। इसे सामान्य नहीं माना जा सकता । आनंद महिंद्रा का इस जोड़ी आईपीएस मनोज शर्मा और उनकी पत्नी आईआरएस श्रद्धा जोशी (IPS Manoj Kumar Sharma and Shraddha Joshi) को बुलाकर उनके संघर्षों को सलाम करना वायरल हो रहा है।
विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म 12th Fail के जरिए सुर्खियों में आए चंबल के मनोज कुमार शर्मा और उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा की श्रद्धा जोशी रोल मॉडल बन चुके हैं। दिल्ली के मुखर्जी नगर से निकली इन दोनों की कहानी ने जितना जबरदस्त सोशल इंपैक्ट छोटा है, उसे नकारा नहीं जा सकता। मनोज कुमार शर्मा आईपीएस हैं और श्रद्धा जोशी आईआरएस हैं। दोनों इस समय महाराष्ट्र काडर में सेवाएं दे रहे हैं।
आनंद महिंद्रा ने इस जोड़ी से मुलाकात को लेकर लिखा है, ‘जब मैंने उनसे उनके ऑटोग्राफ के लिए अनुरोध किया, जिसे मैं गर्व से अपना पास रखता हूँ, तो व शरमा गए। लेकिन वे वास्तविक जीवन के सच्चे नायक हैं। आईपीएस मनोज कुमार शर्मा और आईआरएस श्रद्धा जोशी की इस असाधारण जोड़ी के जीवन पर 12वीं फेल फिल्म बनी है।’
आनंद महिंद्रा लिखते हैं, ‘आज दोपहर के भोजन के दौरान मुझे पता चला कि फिल्म की कहानी उनकी वास्तवित जीवन की कहानियों के अनुरूप है और वे ईमानदारी से जीवन जीने के अपने दर्शन को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।’ आनंद महिंद्रा लिखते हैं, ‘मनोज और श्रद्धा से मिनले के कारण आज मैं खुद को अमीर महसूस कर रहा हूँ।’
कौन हैं आईपीएस मनोज कुमार शर्मा?
2005 बैच के आईपीएस और चंबल के बीहड़ों से निकले प्रतिभाशाली ईमानदार अधिकारी हैं मनोज कुमार शर्मा। गांव के स्कूल से बामुश्किल बारहवीं पास कर चंबल से ग्वालियर पहुंचे मनोज ने महारानी लक्ष्मीबाई गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस से डिग्री ली और निकल पड़े आईपीएस बनने। दिल्ली के मुखर्जी नगर में सिविल सेवाओं की तैयारी के दौरान उनकी मुलाकात अल्मोड़ा की श्रद्धा जोशी से हुई। इन दोनों की वास्तविक कहानी पर बॉलीवुड निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा ने 12th Fail फिल्म बनाई है। मनोज शर्मा 2005 में 121वीं रैंक के साथ आईपीएस बने थे। महाराष्ट्र काडर में विभिन्न पदों पर सेवाएं दे चुके हैं और फिलहाल डीआईजी रैंक पर हैं।
कौन हैं आईआरएस श्रद्धा जोशी?
आईआरएस श्रद्धा जोशी 2007 बैच में यूपीएससी क्लीयर करके राजस्व सेवाओं में आई। अल्मोड़ा से ही अपनी स्कूलिंग करने वाली श्रद्धा ने हरिद्वार के गुरुकुला कांगड़ी से आयुर्वेदिक मेडिसिन एण्ड सर्जरी में डिग्री ली। मेडिकल करके उन्होंने नौकरी भी शुरू कर दी थी, लेकिन पिताजी से चर्चा करके यूपीएससी के लिए मोटीवेट हुई और क्रैक कर डाला।