भीलवाडा / जयपुर। भाजपा की भजनलाल सरकार चुने जाने ठीक एक महीने बाद आईएएस और आरएएस अधिकारियों की पहली तबादला सूची जारी हो गई है। सरकार बनने के बाद मुख्य सचिव सुधांश पंत (IAS Sudhansh Pant) की तीन दिन पहले (03 अप्रेल 2024) एक अहम मीटिंग सचिवालय में हुई। इस मीटिंग के मिनिट्स प्रशासनिक सुधार विभाग ने जारी भी किए। तीन पृष्ठों वाले इन मिनिट्स में पांचवा निर्देश था –
‘जनप्रतिनिधियों, आमजन एवं अधीनस्थ कार्मिकों विशेषत: महिला कार्मिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जावे।‘
जैसे ही मुख्य सचिव के यह निर्देश सामने आए थे, तो माना जा रहा था कि भाजपा सरकार विशेष रूप से महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता बरतेगी, लेकिन इस निर्देश के दो दिन बाद शुक्रवार देर रात को जारी आरएएस अधिकारियों की तबादला सूची में आरएएस नेहा छीपा (RAS Neha Chhipa) का भी तबादला कर दिया गया है। तबादला करना बड़ा मसला नहीं था, लेकिन तबादला 282 किलोमीटर दूर करके यह मैसेज दे दिया है कि भाजपा नेता या जनप्रतिनिधयों से अधिकारियों को बैर लेना या भिडऩा भारी पड़ सकता है। आरएएस नेहा छीपा (RAS Neha Chhipa) को 23 दिसम्बर को एक कार्यक्रम में भीलवाड़ा में शाहपुरा के भाजपा विधायक लालाराम बैरवा ने भरी सभा में बेवजह जमकर लताड़ पिलाई थी। 2018 बैच की आरएएस अधिकारी नेहा छीपा (RAS Neha Chhipa) विधायक के सामने गुमसुम खड़ी थी और विधायक जनता की वाह-वाही लूटने के चक्कर में महिला अधिकारी पर दबाव-पर-दबाव बनाए जा रहे थे। जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, आरएएस एसोसिएशन ने भी अपना ऑब्जेक्शन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को दर्ज करवाया था। लेकिन अब तबादला सूची और सरकार के वर्किंग स्टाइल को देखकर लग रहा है कि आरएएस एसोसिएशन और अधिकारी दोनों कमजोर पड़ते नजर आएंगे।
इस बात की पूरी उम्मीद भजनलाल सरकार से की जा रही है कि सुशासन का मैसेज देने में सरकार कामयाब होगी और प्रदेश की करोड़ों महिला वोटर्स, महिला अधिकारियों-कर्मचारियों के प्रति संवेदनशीलता नजर आएगी, लेकिन इस तबादला सूची में नेहा छीपा को 282 किलोमीटर दूर नियुक्ति संवेदनशीला के मुद्दे पर सवाल खड़े करने वाला है।
क्या था एसडीएम नेहा छीपा को धमकाने का मामला?
भीलवाड़ा के शाहपुरा में भाजपा विधायक लालाराम बैरवा (MLA Lalaram Bairwa) ने भरी सभा में 2018 बैच की आरएएस और बनेड़ा एसडीएम नेहा छीपा को बेइज्जत करते हुए धमकाया था। इस मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्विटर पर विधायक का वीडियो पोस्ट करते ही हंगामा मच गया। मामला तूल पकड़ा और चौतरफा विधायक के इस धमकाने को लेकर चर्चे शुरू हो गए। वीडियो में साफ तौर पर विधायक का यह कहना कि मैं फिर कह रहा हंू नई नई नौकरी है। कलेक्टर साहब से बात करूं क्या? आपको पता है आप किससे बहस कर रहे हैं। बहस मत करिए। आपसे जब अतिक्रमण किया था, तब पूछा गया था क्या? 90बी की रसीद कटी हुई है क्या?
विधायक द्वारा एसडीएम नेहा छीपा को धमकाने के इस वीडियो के बाद आरएएस एसोसिशन ने भी नाराजगी जताई। आरएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव बजाड़ ने मुख्यमंत्री भजनलाल को पत्र लिखकर मामले में उचित दिशा-निर्देश प्रदान करने का आग्रह किया था।
छीपा समाज ने किया था कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन
आरएएस नेहा छीपा विवाद होने के बाद भीलवाड़ा कलेक्ट्रेट के सामने छीपा समाज के लोगों ने एकत्र होकर विधायक के खिलाफ 26 दिसम्बर को प्रदर्शन भी किया था। इस प्रदर्शन में राजस्थान प्रांतीय श्रीनामदेव छीपा समाज युवा महासभा समिति ओर श्रीनामदेव छीपासमाज आम मेवाड़ा महासभा सेवा संस्थान की ओर से लोग शामिल हुए थे। इन संगठनों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा था। इस मौके पर छीपा समाज के प्रदेशाध्यक्ष नीरज मोनु अंछारा ने कहा था कि हमें पूरी आशा है कि मुख्यमंत्री हमारे साथ न्याय करेंगे और विधायक लालाराम बैरवा सार्वजनिक रूप से माफी मांगेगे।
कौन हैं RAS Neha Chhipa?
चित्तौडग़ढ़ के बेगू की रहने वाली आरएएस नेहा छीपा (RAS Neha Chhipa) का 2018 बैच में आरएएस में चयन हुआ था। नेहा शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रही हैं। आरएएस में उन्होंने बैच में 48वीं रैंक हासिल की थी। बीएएसी करके प्रथम प्रयास में आरएएस बनी नेहा छीपा दसवीं में 93 प्रतिशत और 12वीं में 80 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण हुई थीं। आरएएस बनीं, तो वह भी बिना कोचिंग के। नेहा की दो बहनें और एक भाई हैं। उनके पिता सुरेश कुमार ने बच्चों की पढ़ाई के लिए भीलवाड़ा में किराए का घर लिया और बच्चों को पढ़ाया।
नौकरी में आने के बाद भी आरएएस नेहा छीपा ने ईमानदार अधिकारी के तौर पर अच्छी छवि बनाई। कई बार मुश्किलें आई लेकिन न टूटी न बिखरी। नेहा ने भीलवाड़ा के माण्डलगढ़ में बजरी माफिया के खिलाफ भी मोर्चा खोला था जिसको लेकर चर्चा में रह चुकी हैं।
माण्डलगढ़ में प्रशिक्षु अधिकारी के तौर पर नेहा तैनात थीं, तब उनकी बीगोद एसएचओ ठाकराराम साऊ से तकरार हो गई थी। नेहा तत्कालीन राजस्व मंत्री रामलाल जाट से मीटिंग करके रात करीब साढ़े आठ बजे मांडलगढ़ लौट रही थीं और उन्हें अवैध बजरी ले जा रहा डम्पर मिला। नेहा ने उसका पीछा भी किया, लेकिन नाकाबंदी के बावजूद डम्पर गायब हो गया। इधर एसएचओ मुकर गए कि नाकाबंदी पर कोई डम्बर आया था। एसएचओ के इस मिजाज को देखकर नेहा थाने के अंदर पहुंच कर वीडियो बनाने लगी और रोजनामचा तथा अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेने लगी। एसएचओ ने नेहा का फोन बंद करवा दिया और इस पर भडक़ गए और दोनों में तीखी बहसबाजी हुई। इसके बाद एसएचओ को भीलवाड़ा एसपी आदर्श सिद्धू ने लाइन हाजिर कर दिया था।