नई दिल्ली ब्यूरो। देश के महत्त्पूर्ण कमीशन नीति आयोग के वीसी पद से डॉ. अरविंद पनगढिय़ा (Dr Arvind Panagariya) ने इस्तीफा दे दिया है। अब अरविंद पनगढिय़ा (Arvind Panagariya)वित्त आयोग के चेयरमेन के तौर पर सेवाएं देंगे। अरविंद पनगढिय़ा 16वें वित्त आयोग के चेयरमेन होंगे। वित्त आयोग में अरविंद पनगढिय़ा की नियुक्ति का सबसे अहम पहलू होगा कि उन्हें फेडरल टैक्सेस (संघीय करों) को राज्यों के साथ साझा कैसे किया जाए, इसकी रिफारिश की अध्यक्षता का अधिकार होगा।
16वें वित्त आयोग की रिपोर्ट कब आएगी?
डॉ. अरविंद पनगढिय़ा (Dr Arvind Panagariya) की अध्यक्षता में 16वें वित्त आयोग की रिपोर्ट आयेगी। यह रिपोर्ट वित्त आयोग को 31 अक्टूबर 2025 तक राष्ट्रपति को देनी होगी। सरकार वित्त आयोग की इस रिपोर्ट को 1 अप्रेल 2026 से पांच वर्ष के लिए लागू करेगा। इस संबंध में केन्द्रीय मंत्रीमण्डल ने 16वें वित्त आयोग से जुड़ी सभी शर्तों यानी टीओआर को मंजूरी दे दी है। इस टीओआर के माध्यम से ही सरकार एक गाइडलाइन तैयार करत है, जिसके आधार पर वित्त आयोग को अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपनी होती है। अरविंद पनगढिय़ा की अध्यक्षता में 16वें वित्त आयोग की रिपोर्ट वित्त वर्ष 2026-27 से 2030-31 के लिए तैयार होगी।
Dr Arvind Panagariya का निजी जीवन
अरविंद पनगढिय़ा 30 सितंबर 1952 को भीलवाड़ा में श्री बालू लाल पनगढिय़ा के घर जन्मे और पले-बढ़े। भीलवाड़ा से जयपुर का रुख किया और लोकवाणी समाचार पत्र में सेवाएं दी। मूल रूप से नागौर के ओसियां में पानगढ़ गांव से ताल्लुक रखने के चलते अरविंद ने अपने नाम के आगे पानगढिय़ा सरनेम लगाया। अरविंद के पिताजी उम्दा लेखन करते थे, उन्होंने कई पुस्तकें लिखी। अरविंद ने 1981 में अमृता से विवाह किया जिनसे दो पुत्र हुए। उनके एक बेटे अनंत कॉमिक ऑर्थर हैं, तो दूसरे पुत्र टेक एंटरप्रेन्योर हैं। अरविंद पानगढिय़ा ने भीलवाड़ा से जयपुर आने के बाद राजस्थान विश्वविद्यालय से बी.ए. और अर्थशास्त्र में एम.ए. की डिग्री ली।
स्नातकोत्तर की डिग्री करने के बाद पीएच.डी. के लिए अरविंद पनगढिय़ा प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी चले गए। उन्होंने 1978 से 2003 तक यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैण्ड में बतौर अर्थशास्त्र प्रोफेसर सेवाएं दी और अपने शोध पत्रों से प्रसिद्धि पाई। कोलंबिया यूनिवर्सिटी के दीपक एवं नीरा राज सेंटर ऑन इंडियन इकॉनोमिक्स पॉलिीसीज के निदेशक भी रहे। एशियन डेवल्पमेंट बैंक में बतौर चीफ इकनॉमिस्ट, वल्र्ड बैंक, इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड, वल्र्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन और युनाईटेड नेशंस कॉन्फ्रेंस ऑन टे्रड एण्ड डेवल्पमेंट में भी डॉ. अरविंद पनगढिय़ा ने सेवाएं दी। डॉ. पनगढिय़ा यूएस-इंडिया स्टे्रटेजिक पार्टनरशिप फोरम के सलाहकार मण्डल का सदस्य भी रहे। एक सफल और विश्वविख्यात अर्थशास्त्री के तौर पर उन्हें पद्म भूषण से भी सम्मानि किया गया।