हाथरस (यूपी)। जिला कलक्टर अर्चना वर्मा इन दिनों गलियारों में चर्चा में बनी हुई हैं। आईएएस अर्चना वर्मा (IAS Archana Verma) ने अपने ढ़ाई साल के बेटे अभिजीत का एडमिशन आंगनबाड़ी में करवाया है। अर्चना का बेटा करीब तीन महीने से रोज आंगनबाड़ी केन्द्र जा रहा है। दिन में खाना भी आंगनबाड़ी का खा रहा है और गांव के बच्चों के साथ खेलना-कूदन, पढऩा सभी एक्टिविटीज में भाग ले रहा है।
आईएएस अर्चना वर्मा (IAS Archana Verma) के बेटे का किसी भी बड़े स्कूल में वह दाखिला करवा सकती थीं, लेकिन आंगनबाड़ी में भेजने के फैसले से अर्चना की जमकर तारीफें हो रही हैं। इधर जिस आंगनबाड़ी पर अभिजीत जा रहा है वहां भी गांव वाले खुश हैं और ग्रामीणों ने भी देखा-देखी अपने बच्चों को आंगनबाड़ी भेजना शुरू कर दिया है।
जानिए कौन हैं IAS Archana Verma
भारतीय प्रशासनिक सेवा की 2014 बैच की अधिकारी अर्चना (IAS Archana Verma) ने यूपीएससी परीक्षा पास कर 73वीं रैंक हासिल की थी। अर्चना साधारण परिवार से निकली हैं। उनके पिता डाक सहायक के तौर पर नौकरी करते थे। उत्तर प्रदेश के लखनऊ के पायनियर माण्टेसरी इंटर कॉलेज से शिक्षा पूरी की। इसके बाद कमला नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, सुल्तानपुर से इंजीनियरिंग पूरी करके उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड में बतौर असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर पहल नौकरी शुरू की। नौकरी में आने के बाद भी उन्होंने तैयारी नहीं छोड़ी और 2013 में पहली बार यूपीएससी परीक्षा दी। चयनित हुई और ट्रेनिंग के बाद बाराबंकी में रामस्नेही घाट के एसडीएम के तौर पर नौकरी की शुरुआत की।
अर्चना वर्मा के पति विपिन कुमार ( Vipin Kumar IRS ) भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी हैं। विपिन पहले टाटा स्टील जमशेदपुर में सेवारत थे और आईआरएस बनने के बाद अब उत्तर प्रदेश काडर में ही सेवाएं दे रहे हैं।
चर्चा में रही हैं IAS Archana Verma
जून 2017 में आईएएस अर्चना वर्मा (IAS Archana Verma) ने लापरवाह सफाई कर्मचारियों की प्रेरणा के लिए खुद झाडू उठा ली और अपने कार्यालय झाडू लेकर सफाई करने जुट गई। कर्मचारियों ने आईएएस को ऐसा करते देखा, तो सबके होश उड़ गए। 9 जून 2017 का यह दिन था और अर्चना ने तय किया की अपने ऑफिस की सफाई हमेशा खुद ही करेंगी।
इसी तरह हाथरस की कलक्टर रहते इसी साल अप्रेल में आईएएस अर्चना पीली साड़ी पहन कर किसानों की मदद करने खेतों में पहुंच गई और फसल काटने लगीं। पहले तो किसान चौंक गए, फिर उन्होंने किसानों से फसल, पैदावार आदि के बारे में विस्तार से जाना-समझा और किसानों के साथ समय बिताया। पूरी प्रेगनेंसी में फुल टाइम काम को लेकर भी आईएएस अर्चना वर्मा चर्चा में रही हैं।