कहते हैं न रिस्क न लेना भी खुद एक बड़ा रिस्क है। कुछ जिंदगियां फिल्मी तर्ज पर आगे बढ़ती हैं, तो कुछ सामान्य घटनाओं के साथ आगे बढ़ती हैं। ऐसी ही एक मिसाल आज बनने जा रहे हैं पूर्व आईएएस ओपी चौधरी (IAS O P Choudhary)। 2005 बैच के जरिए छत्तीसगढ़ काडर में आईएएस बने ओपी चौधरी 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से विधायक बने हैं। चौधरी छत्तीसगढ़ के मंत्रीमण्डल का आज हिस्सा बन जाएंगे।
छत्तीसगढ़ में इस बार भाजपा की सरकार बनी। मुख्यमंत्री बने विष्णुदेव साय। मुख्यमंत्री ने शपथ लेने के बाद 9 नाम फाइनल कर दिए हैं, जिन्हें मंत्री बनाया जा रहा है और इस सूची में ओपी चौधरी (IAS O P Choudhary) भी शामिल हैं।
2018 में रमन सिंह के रहते ओपी चौधरी ने कलक्टर के पद से रिजाइन देकर भाजपा जॉइन की थी। 2018 में भी उन्होंने रायगढ़ जिले की खरसिया विधानसभा से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए। इस बार उन्होंने विधानसभा बदली और रायगढ़ विधानसभा से 64443 वोटों से जीत कर आए हैं।
देश में ऐसी कम मिसाल हैं, जिन्होंने राजनीतिक व्यक्तित्व के प्रभाव में ब्यूरोक्रेसी छोड़ युवावस्था में ही राजनीति में कदम रखा और कामयाब भी हुए। पूर्व आईएएस ओपी चौधरी कहते हैं मैं प्रशासनिक पदों से एक नेता के तौर पर जनता से ज्यादा अच्छे से जुडक़र काम कर सकता हूं। देखना होगा, ब्यूरोक्रेसी का लम्बा अनुभव लेकर अब राजनीति में लंबा अनुभव लेने निकले चौधरी अपने नवाचारों से छत्तीसगढ़ को कितना लाभांवित कर पाते हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ के लिए इस युवा का राजनीति में उतरना और अब मंत्री बनना मिसाल जरूर बन गया है।
कौन हैं पूर्व IAS O P Choudhary?
पूर्व आईएएस ओपी चौधरी छत्तीसगढ़ के राजगढ़ से विधायक बने हैं। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में जन्में और पले बढ़े ओपी चौधरी 2005 बैच में आईएएस बने थे। तब उनकी उम्र 24 साल थी, जिसके चलते चर्चा में आ गए थे। उन्होंने दुर्ग में बतौर एसडीएम सेवाएं देने के साथ जांजगीर और सरगुजा में सीईओ जिला परिषद के तौर पर भी सेवाएं दी।
रायपुर नगर निगम के सीईओ रहे और निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पद पर भी सेवाओं का अनुभव लिया। ओपी चौधरी ने दांतेवाड़ा समेत, जांजगीर और रायपुर जिलों मं बतौर जिला कलक्टर सेवाएं दी और 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विचारों से प्रभावित होकर रिजाइन कर दिया। ओपी चौधरी प्रधानमंत्री की ओर से अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन से भी सम्मानित हो चुके हैं। शिक्षा क्षेत्र में चौधरी के नवाचार आज भी छत्तीसगढ़ के लिए मिसाल माने जाते हैं।
जानिए ओपी चौधरी की पत्नी Dr Aditi Patel कौन हैं?
भारतीय रेल सेवा (IRPS) की अधिकारी अदिति पटेल (Aditi Patel) ओपी चौधरी की धर्मपत्नी हैं। अदिति पटेल ने 2013 में अपने पहले ही प्रयास में UPSC क्रैक किया। तब तक वो MBBS पूरा कर चुकी थीं। उनके पिता का कैंसर से निधन होने के बाद घर की पूरी जिम्मेदारी मां के कंधों पर आ गई थी, लेकिन संघर्ष करते हुए मां ने न केवल बच्चों को पढ़ाया बल्कि खुद भी ज्यूडीशियल सर्विसेज में चयनित हुईं। मध्यप्रदेश में बतौर जिला एवं सेशन न्यायाधीश अतिति की मां सेवाएं दे चुकी हैं। मां के संघर्षों से प्रेरणा लेकर अदिति ने भी यूपीएससी निकालने का साहस दिखाया और पहले ही अटेम्प्ट में परीक्षा पास की।