जयपुर। राजस्थान में भजनलाल शर्मा की नई भाजपा सरकार में काम को लेकर सरकार कोई कोताही बरतने के मूड में नहीं है। प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब ऑफिस लेट पहुंचने के चलते एक IAS और दो RAS अधिकारियों पर गाज गिरी है। जयपुर विकास प्राधिकरण की सचिव आईएएस नलिनी कठोतिया (IAS Nalini Kathotia) समेत, आरएस आनन्दी लाल वैष्णव, अतिरिक्त आयुक्त, जयपुर विकास प्राधिकरण और आरएएस प्रवीण कुमार (द्वितीय), उपायुक्त जयपुर विकास प्राधिकरण को आगामी आदेशों तक पदस्थापन आदेशों की प्रतीक्षा में रखा गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य सचिव सुधांश पंत ने जयपुर विकास प्राधिकरण का औचक निरीक्षण किया था। जिसमें अधिकारियों का कार्यालय लेट आना और 90ए के कई मामलों की ऑनलाइन पेंडेंसी, प्राधिकरण के प्रवर्तन विंग में अवैध निर्माण और अतिक्रमण के मामलों में पेंडेंसी सामने आई। इस औचक निरीक्षण के दौरान राजस्थान प्रशासनिक सेवाओं से आईएएस बनी नलिनी कठोतिया समेत आरएएस आनन्दी लाल वैष्णव और प्रवीण कुमार अनुपस्थित मिले। जिसके बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए तीनों अधिकारियों को एपीओ कर दिया गया।
सरकार के इस एक्शन से न केवल राजस्थान सरकार बल्कि सरकार के मूड को लेकर भी चर्चे शुरू हो गए हैं। ऐसा पहली बार हुआ है जब कार्यालय में देरी से आने पर वरिष्ठ अधिकारी एपीओ हुए हैं। गौरतलब है कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है, इस बात के मैसेज दिए जा रहे हैं कि सरकार कामकाज को लेकर कोई कोताही बरतने के मूड में इस बार नहीं है और काम जमकर होने वाला है। अभी तक खुद भजनलाल शर्मा और पूरा केबिनेट भी इस मैसेज को जनता तक पहुंचाने के पूरा प्रयास कर रहा है कि सरकार सतर्क है और जनता के लिए उपलब्ध है।
अब देखना यह होगा कि सरकार इस फॉर्म में केवल लोकसभा चुनावों तक रहने वाली है या राजस्थान की जनता को अगले पांच साल सुशासन मिलेगा। लेकिन तमाम बातों, चर्चाओं के इतर अगर मंशा काम की होगी, तो इस बात में कोई दो राय नहीं कि सरकार के कडक़ कदम जनता को पसंद आएंगे।