जयपुर। राजस्थान के शिक्षा सचिव और बेहद जुझारू आईएएस अधिकारी नवीन जैन को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन में एक बार फिर शामिल किया गया है। जैन गुड टच, बेड टच पर राजस्थान में अर्से से बच्चों को शिक्षित करते रहे हैं। उनकी यह मुहिम देश में अपनी तरह की अपनी और एकमात्र मुहिम बनकर उभरी है, जिससे न केवल लाखों बच्चे अब तक जुड़ चुके हैं, बल्कि गांव-गांव, ढाणी-ढाणी में गुड टच, बेड टच को लेकर बच्चों में अवेयरनेस आई है।
ताजा जानकारी के मुताबिक IAS Naveen Jain के मार्गदर्शन में 16 जुलाई, 2022 को राजस्थान के दौसा जिले में समझ स्पर्श री – सुरक्षित बचपन के नाम से जिला कलक्टर कमर-उल-जमन चौधरी ने 387,559 बच्चों तक गुड टच – बेड टच की जानकारी पहुंचाई। इस कार्यक्रम के आयोजन में स्थानीय स्कूली बच्चों, जिला प्रशासन और अधिकारियों ने बेहद संजीदगी के साथ बच्चों को अवेयर किया। जिसके चलते वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ओर से वाइस प्रेसिडेंट, राजस्थान प्रथम भल्ला ने आईएएस नवीन जैन को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में यह उपलब्धि दर्ज होने का प्रमाण पत्र सौंपा। गौरतलब है कि आईएएस नवीन जैन 12 लाख बच्चों तक गुड टच – बेड टच की अवेयरनेस विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजनों के जरिए पहुंचा चुके हैं। अगस्त 2019 में आईएएस जैन ने सैटर्डे फॉर सोसायटी के विचार से सप्ताह का अपना एक दिन समाज में बदलाव लाने के लिए समर्पित करना शुरू किया। उन्होंने एक टीम बनाई और बीते कई सालों से सप्ताह में छुट्टी का एक दिन बच्चों को समपित करने लगे। परिणामस्वरूप राजस्थान के अलग-अलग जिलों, दूर-दराज के लोकेशंस पर अपने खर्चे से पहुंच कर जैन बच्चों को अवेयर करने लगे। आज आलम यह है कि लाखों की तादाद में बच्चे आईएएस नवीन जैन की इस मुहिम से जुड़ चुके हैं और गुड टच – बेड टच के विचार और उसकी व्यवहारिकता को समझने लगे हैं। प्रदेश के 12 लाख से ज्यादा बच्चे गुड टच – बेड टच सेंस को जानते, समझते और पहचानते हैं।
इस मुहिम को लेकर आईएएस नवीन जैन कहते हैं,‘सप्ताह का एक दिन लगातार निकाला जाए, तो एक समय के बाद आपकी मुहिम क्रांति का स्वरूप ले लती है। आपका समय सामाजिक बदलाव का जरिया बनता है। आज छोटे-छोटे बच्चे जो गुड टच या बेड टच क्या होता है समझते तक नहीं थे, अब अपने अधिकारों से वाकिफ हैं। छेड़छाड़ या बेड टच पर गलत का विरोध करना जानते हैं। ऐसे लाखों बच्चे हैं, जिन्होंने हमारे प्रोग्राम्स के जरिए अपनी सुरक्षा के भाव और व्यवहारिकता को समझा है। हमारी कोशिश रहेगी कि भविष्य में हर बच्चे तक किसी ने किसी माध्यम से पहुंचा जाए और उसे अवेयर किया जाए कि गुड टच – बेड टच क्या होता है? इससे न केवल बच्चे सुरक्षित महसूस करेंगे, बल्कि उनमें अच्छे-बुरे का फर्क जानने की समझ भी विकसित होगी।’ आईएएस नवीन जैन इससे पहले फरवरी 2018 में भी वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में भी जैन नाम दर्ज करवा चुके हैं।