देश के सबसे बड़े रबर बांध पर पहुुंचने के बाद और उसके निर्माण कौशल का मुआयना करने के बाद हरियाणा की चर्चित आईएएस सोनल गोयल (IAS Sonal Goel) ने जमकर तारीफों के पुल बांधे हैं। सोनल गोयल इन दिनों बिहार के गया में हैं। उन्होंने गया के टूरिस्ट स्पॉट भी विजिट किए हैं। इन्हीं विजिट्स के दौरान उन्होंने गया स्थित गयाजीबांध भी विजिट किया। यह बांध विष्णुपद मंदिर के पास फल्गु नदी पर बना है।
आईएएस सोनल गोयल ( IAS Sonal Goel ) के मुताबिक, ‘इंजीनियरिंग कौशल का गयाजबांध चमत्कार है। यह बांध 411 मीटर लंबा और 95.5 मीटर चौडा है। 3 मीटर की ऊंचाई वाले इस बांध को आईआईटी रुडक़ी के विशेषज्ञों ने तैयार किया है। इसकी संरचना न केवल अपने विशाल आकार से प्रभावित करती है, बल्कि इस पवित्र स्थान की प्राकृतिक सुंदरता को भी बढ़ाती है। यह सचमुच एक विस्मयकारी अनुभव था।’
अपनी इसी विजिट में हुए अनुभवों पर आईएएस सोनल गोयल बताती हैं, ‘मैं गया गई, तो विष्णुपद मंदिर के विपरीत दिशा में बने सीताकुंड भी जाकर आई। सीताकुंड रामायण काल से संबंध रखता है और एक समृद्ध विरासत है। सीता माता ने राजा दशरथ को यहां पिंडदान किया था। यह सीताकुंड गया शहर में फल्गु नदी के पूर्वी तट पर स्थित सबसे महत्त्वपूर्ण पवित्र स्थलों में से एक है। आज भी सीताकुंड सांस्कृतिक विकास के एक शाश्वत प्रतीक के रूप में खड़ा है।’
हरियाणा के सोनीपत में जन्मीं और पली-बढ़ी आईएएस सोनल गोयल 2008 बैच की आईएएस हैं। उन्होंने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया और सीएस की पढ़ाई पूरी की। आईएएस बनने से पहले सोनल ने एक कंपनी में बतौर कंपनी सेके्रटरी नौकरी भी की। सिविल सेवाओं में अपने बैच में सोनल की 13वीं रैंक आई। सोनल लॉ ग्रेजुएट भी हैं और टॉप 25 वुमन ट्रांस्फॉर्मिंग इंडिया सम्मान से उन्हें नीति आयोग सम्मानित कर चुका है। ट्विटर इंडिया की ओर से वेब वंडर वुमन का खिताब पाने वाली यह युवा आईएएस TEDx स्पीकर भी हैं।