भारतीय प्रशासनिक सेवाओं में महिलाओं का दबदबा न केवल बढ़ रहा है, बल्कि उच्च पदों पर अपनी कार्यशैली, व्यक्तित्व, व्यवहारिकता से बड़ी पहचान कायम कर रही हैं। इसी क्रम में मध्य प्रदेश को मुख्य सचिव के तौर एक और काबिल महिला आईएएस अधिकारी मिली हैं। यह हैं आईएएस वीरा राणा (IAS Veera Rana)। वीरा राणा मध्य प्रदेश में अब तक की दूसरी महिला मुख्य सचिव बनी हैं। 1988 बैच की महिला आईएएस और बेहद मजबूत छवि वाली ब्यूरोके्रट वीरा राणा को 1959-60 बैच की आईएएस रही निर्मला बुच के बाद मध्य प्रदेश की अफसरशाही का सबसे बड़ा पद मिला है। पूर्व आईएएस निर्मला बुच प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव के तौर पर 22 सितंबर 1991 से 1 जनवरी 1993 तक सेवाएं दे चुकी थीं, लेकिन बीते वर्ष जुलाई में 97 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था।
बहरहाल आईएएस वीरा राणा (IAS Veera Rana) अब तक मध्य प्रदेश शासन में बतौर कार्यवाहक मुख्य सचिव के पद पर सेवाएं दे रही थीं। वीरा राणा को मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (एमपीबीएसई) के अध्यक्ष के रूप में अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा गया है। हालांकि वीरा का कार्यकाल ज्यादा लम्बा रहने वाला नहीं है, क्योंकि वह इसी साल सेवानिवृत्त हो जाएंगी। इस बात की भी प्रबल संभावना है कि उन्हें छह महीने तक का सेवाविस्तार भी मिल जाए।
वीरा राणा (IAS Veera Rana), 1988 बैच के आईएएस अधिकारी इकबाल एस बैंस की सेवानिवृत्ति के बाद कार्यवाहक मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत पद पर सेवाएं दे रहीं थी। राणा की नियुक्ति पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी, इसलिए अटकलें थीं कि उन्हें बदला जा सकता है। लेकिन नए नेतृत्व में भाजपा सरकार ने उन पर भरोसा जताते हुए बरकरार रखने का फैसला किया है।