उत्तर प्रदेश काडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डॉ. जी.के. गोस्वामी (IPS Dr G K Soswami) के नाम अद्भुत अचीवमेंट जुड़ गया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डॉ. जी.के. गोस्वामी विश्व के पहले भारतीय बन गए हैं, जिन्हें फॉरेंसिक विज्ञान और कानून विषयक पोस्ट डॉक्टरल डिग्री मिली है। गुजरात के गांधीनगर स्थित नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (एनएफएसयू) के दूसरे दीक्षांत समारोह में फॉरेंसिक विज्ञान और कानून विषय में DSC डिग्री डॉ. जी.के. गोस्वामी (IPS Dr G K Soswami) को प्रदान की गई। यह डिग्री पाने वाले डॉ. जी.के. गोस्वामी विश्व में पहले भारतीय हैं।
महत्त्वपूर्ण पदों पर रहे, फॉरेंसिक विशेषज्ञ की बड़ी पहचान
भारतीय पुलिस सेवा के 1997 बैच के अधिकारी डॉ. जी.के. गोस्वामी (IPS Dr G K Soswami) उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज के फाउंडर डायरेक्टर भी हैं। अपने कामकाजी जीवन में उन्होंने कई महत्त्वूपूर्ण पदों पर सेवाएं दी, जिनमें सीबीआई मुख्यालय दिल्ली में संयुक्त निदेशक एंटी-करप्शन (लखनऊ जोन) की जिम्मेदारी भी शामिल है। आईपीएस डॉ. जी.के. गोस्वामी गाजियाबाद स्थित सीबीआई एकेडमी के निदेशक भी रह चुके हैं। उन्हें नशीली दवाओं और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय में संगठित अपराध के विशेषज्ञ के तौर पर काम करने का अवसर भी मिला। उत्तर प्रदेश एटीएस चीफ के तौर पर उनकी सेवाएं और पुलिस महकमे में सबको साथ लेकर चलने का उनका व्यवहार बेहद चर्चित हैं। उत्तर प्रदेश में पहली बार डीएनए फिंगर प्रिंट जांच शुरू करवाने का श्रेय डॉ. जी.के. गोस्वामी को ही जाता है।
डबल Ph.D. IPS, मिले प्रतिष्ठित अवॉर्ड
अध्ययन-अध्यापन में गहरी रुचि रखने वाले आईपीएस डॉ. जी.के. गोस्वामी (IPS Dr G K Soswami) ने डबल पीएच.डी. भी की है। उन्होंने एम.एससी., एलएलएम, पीएच.डी. (मेडिसिनल केमेस्ट्री), पीएच.डी. (लॉ) की है। यूएसए के कॉर्नेल लॉ स्कूल (टीआईएसएस, मुंबई) से उन्होंने अपनी कानून की पीएच.डी. डिग्री ली है। उन्हें प्रतिष्ठित फुल ब्राइट नेहरू अकेडमी एण्ड प्रोफेशनल एक्सीलेंस अवॉर्ड (फ्लैक्स अवॉर्ड) भी मिला है। भारत के राष्ट्रपति से आईपीएस गोस्वामी सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार, वीरता के लिए पुलिस पदक से तीन बार अलंकरण के चलते सैकंड बार सम्मान भी मिल चुका है। सराहनीय सेवाओं के लिए डॉ. जी.के. गोस्वामी को पुलिस पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल की ओर से उन्हें वीरता के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जा चुका है। लॉ में गोल्ड मैडल समेत कई पदक और प्रशस्तियां पाने वाले आईपीएस डॉ. जी. के. गोस्वामी के दो दर्जन से ज्यादा अकादमी पत्रिकाओं में लेख और चार पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं।