जयपुर। राजस्थान में आईपीएस उत्कल रंजन साहू को आरपीएससी का चेयरमेन बनाने के बाद आज सुबह से नए पुलिस महानिदेशक को लेकर लगातार चर्चाएं गर्म थी और गलियारों में अलग-अलग कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन सभी कयासों को फिलहाल राजस्थान सरकार ने विराम देते हुए वरिष्ठ IPS Dr. Ravi Prakash Meharda को पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त जिम्मा सौंप दिया है।
IPS Dr. Ravi Prakash Meharda फिलहाल एंटी करप्शन ब्यूरो के डीजी के तौर पर सेवाएं दे रहे थे और अपने कामकाज की वजह से भजनलाल सरकार की गुड बुक्स में भी बने हुए थे। 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, इसलिए सरकार ने उन्हें डीजीपी का जिम्मा देकर करीब 20 दिन के लिए पुलिस महानिदेशक का पद सौंपा है। गौरतलब है कि डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में जीरो टोरलेंस की नीति के साथ शानदार काम कर रहे थे। इससे पहले मेहरड़ा डीजी सिविल राइट्स, डीजी तकनीकी सेवाएं, अतिरिक्त महानिदेशक क्राइम ब्रांच, एडीजी सिविल राइट्स, एडीजी सशस्त्र बल और एडीजी मानवाधिकार के पद पर भी सेवाओं का अनुभव ले चुके हैं।
आईपीएस डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा इसी महीने सेवानिवृत्त हो जाते हैं, तो उनके कार्यकाल में 20 दिन के लिए ही सही, लेकिन राजस्थान पुलिस के मुखिया के तौर पर नाम दर्ज हो जाएगा, लेकिन सेवाओं में एक्सटेंशन को लेकर राजस्थान सरकार रिकमंडेशन भी कर सकती है। हालांकि डॉ. मेहरड़ा के इसी महीने रिटायर होने की स्थिति में राजस्थान सरकार को नए और अपने कॉन्फिडेंस के डीजीपी चुनने के लिए 20 दिन का वक्त जरूर मिल गया है।
आईपीएस रवि प्रकाश मेहरड़ा ने केवल एसीबी में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए पहचाने गए हैं, बल्कि पूर्व में भी जहां-जहां रहे उनके कामकाज का बोलबाला रहा है। राजस्थान में उन्हें एसीबी के डीजी की नियुक्त पर भी मई 2024 में डॉ. अम्बेडकर मेमोरियल वेल्फेयर सोसाइटी की ओर से सम्मानित किया गया था। डॉ. रवि प्रकाश की सेवाओं के साथ-साथ उनकी ईमानदारी और खुद्दारी भी हमेशा चर्चा में रही है। उनके कामकाज का तरीका, नेतृत्व कौशल और संवेदनशीलता के चर्चे उनकी हर पोस्टिंग के बाद उनके पीछे से भी सुने जाते रहे हैं। बहरहाल यूपीएससी को जो 10 आईपीएस अधिकारियों की सूची डीजीपी पद के लिए राजस्थान सरकार भेज चुकी है।
