सिद्धार्थनगर। शहर की पुलिस अधीक्षक आईपीएस प्राची सिंह (IPS Prachi Singh) को गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्लेटिनम मैडल से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान पुलिस महानिदेश की ओर से उम्दा सेवाओं के लिए दिया जाता है। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर की इस ईमानदार, होनहार बेटी प्राची सिंह के पिता राम सिंह गौतम (एडीएम, पीलीभीत) उत्तर प्रदेश में पीसीएस अधिकारी हैं।
कौन हैं आईपीएस प्राची सिंह?
भारतीय पुलिस सेवा की 2017 बैच की अधिकारी प्राची सिंह मूलत: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता पीसीएस अधिकारी रहे, तो घर में पढ़ाई-लिखाई का अच्छा माहौल मिला। मां उषा सिंह तीन विषयों से एम.ए. कर चुकी हैं और छोटा भाई यशोवर्धन फिलहाल पढ़ाई कर रहा है। स्कूलिंग के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई करके प्राची सिंह ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी भोपाल से एलएलएम की पढ़ाई पूरी की और साथ-साथ सिविल सेवाओं की तैयारियों में जुटी रहीं।
भारतीय पुलिस सेवाओं में आने के बाद से ही महिला सुरक्षा को लेकर विशेष रूप से सक्रिय रही हैं। बेहद दबंग और तेज तर्रार युवा आईपीएस के तौर पर उनकी उत्तर प्रदेश काडर में पहचान बनी है। लखनऊ में तैनाती के दौरान प्राची के मूवमेंट्स से क्राइम रेट में खास कमी देखी गई, जिसके चलते उन्हें योगी सरकार ने श्रावस्ती का पुलिस अधीक्षक बनाया था।
कानपुर में जन्मीं और पली-बढ़ी प्राची सिंह (IPS Prachi Singh) जब लखनऊ में पोस्टेड थी, उन्होंने स्पा और मसाज सेंटर्स पर छापेमारी की थी, जिससे हडक़ंप मच गया था। न केवल वहां जहां वह एसपी रही हैं अपराधी डरते हैं, बल्कि उनके थानों में भ्रष्टाचार फैलाने वाले पुलिसकर्मियों में भी प्राची का खासा खौफ है। 2017 में अपने पहले ही प्रयास में 154वीं रैंक के साथ आईपीएस बनी प्राची को पैराग्लाइडिंग, घुड़सवारी और समाचार पत्रों का शौक है।