अगरतला। जीवन में पहला अवसर, पहला पद या पहली उपाधि कोई नहीं भूल पाता। कभी यह मेहनत का नतीजा होता है, तो कभी संजोग और मेहनत दोनों का मेल। एक ऐसा ही अवसर आया है अगरतला की बेहद मेहनती और जुझारू अधिकारी पौशाली रॉय के साथ। पौशाली रॉय (Paushali Roy) आजाद भारत में त्रिपुरा की पहली महिला भारतीय वन सेवा अधिकारी (IFS) अधिकारी बनी हैं।
ऑफीसर्स टाइम्स को अगरतला से मिली जानकारी के अनुसार पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अवर सचिव की ओर से जारी भारत सरकार की एक अधिसूचना के अनुसार पौशाली रॉय ( Paushali Roy ) को IFS नियुक्त किया गया है। पौशाली अब तक निदेशक त्रिपुरा वन परीक्षण अकादमी के पद पर सेवाएं दे रहीं थी।
त्रिपुरा वैन सेवा अधिकारी बनकर 2009 में अपना करियर शुरू करने वाली पौशाली रॉय ( IFS Paushali Roy ) कई महत्वपूर्ण पदों और पदों पर रहते कई महत्त्वपूर्ण टास्क को बखूबी पूरा करने के लिए न केवल जानी जाती रही हैं, बल्कि सम्मानित भी हो चुकी हैं। त्रिपुरा के बिशालगढ़ में उप विभागीय वन अधिकारी रहते उन्होंने वन क्षेत्र में अवैध लकड़ी काटने के कारोबार और अवैध रेत खनन पर अंकुश लगाने के जबरदस्त प्रयास किए थे, जिनकी आज भी मिसाल दी जाती हैं।
2015 में इस अवैध खनन और लकड़ी के अवैध कारोबार करने वालों के बीच वो लेडी सिंघम बनकर उभरीं। अपने कामकाज से सभी मिथक तोड़ कर एक खास पहचान कायम करने वाली पौशाली रॉय का लोग त्रिपुरा में उदाहरण देते हैं। उनकी मेहनत, समर्पण भाव, ईमानदारी और जुझारूपन न केवल काडर के अधिकारियों बल्कि आसपास के राज्यों में भी मिसाल माना जाता है।
अगरतला के ही शिशु विहार स्कूल से स्कूली शिक्षा लेकर निकली पौशाली रॉय 2009 में NERIST, Itanagar से वानिकी विज्ञान में गोल्ड मैडल के साथ पीजी की डिग्री करके निकलीं। पीजी करते ही उनकी नौकरी लगी और त्रिपुरा वन सेवाओं को जॉइन किया। उनके माता – पिता प्रबीर रॉय और प्रतिवा चौधरी दोनों सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी हैं और पौशाली रॉय के पति अभिजीत डे ( IFS Abhijit De ) भी उनके बैच के आईएफएस हैं।