जयपुर। गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोरों पर हैं। प्रदेश की भजनलाल शर्मा सरकार का यह पहला गणतंत्र दिवस होगा। इस अवसर पर राजस्थान के चार पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन चार पुलिसकर्मियों में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डॉ. प्रशाखा माथुर (IPS Dr Prashakha Mathur) सबसे बड़ा नाम है।
आईपीएस डॉ. प्रशाखा माथुर (IPS Dr Prashakha Mathur) के अलावा सेवानिवृत्त पुलिस निरीक्षक सीआईडी भीमसेन शर्मा, सेवानिवृत्त उप निरीक्षक पुलिस प्रशिक्षण स्कूल भरतपुर प्रेम सिंह और हैड कांस्टेबल बृजेश कुमार निगम को सम्मानित किया जाएगा। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस राज्य स्तरीय समारोह में पुलिस विभाग में उत्कृष्ट एवं सराहनीय सेवा प्रदान करने के लिए इन सभी पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा।
कौन हैं IPS Dr Prashakha Mathur?
मूलत: राजस्थान के अजमेर की रहने वालीं डॉ. प्रशाखा माथुर 1995 में भारतीय पुलिस सेवा में चयनित हुईं। आईपीएस से पहले उन्होंने अपना एमबीबीएस पूरा कर लिया था। अगर आईपीएस ना होतीं, तो आज डॉ. प्रशाखा माथुर एक बेहतरीन डॉक्टर भी होतीं। हालांकि उनके आईपीएस बनने के बाद जितना शायद डॉ. प्रशाखा चिकित्सा सेवाओं में रहकर कर पातीं, उससे बहुत ज्यादा यहां कर चुकी हैं। 1995 में ही अपराधियों की नब्ज टटोलने की जिम्मेदारी संभाली। डॉ. प्रशाखा माथुर ने जब से राजस्थान मानवाधिकार आयोग में जिम्मेदारी संभाली उसके बाद मानवाधिकार को लेकर लगातार सक्रिय रहीं। मानवाधिकार में रहते उन्होंने जनता से मानवाधिकार को जोडऩे, ऑनलाइन पोर्टल शुरू करने और समस्याओं के समाधान के लिए अद्भुत प्रयास किए।
आईपीएस डॉ. प्रशाखा माथुर (IPS Dr Prashakha Mathur) मानवाधिकारों के साथ-साथ बुजुर्गों, दिव्यांगों और विकलांगों के लिए भी कार्यक्रम आयोजित करती रही हैं। उन्होंने स्कूलों को मानवाधिकार से जोडक़र बच्चों को बड़ी संख्या में जागरुक किया है। एक सच्ची मार्गदर्शक, उम्दा पुलिस अधिकारी, समर्पित व्यक्तित्व, सरल और सहनशील व्यक्तित्व के तौर पर डॉ. प्रशाखा राजस्थान के आईपीएस अधिकारियों के बीच विशेष व्यक्तित्व के तौर पर पहचानी जाती हैं।