जयपुर/लखनऊ। राजस्थान पुलिस के कम्यूनिटी पुलिसिंग की ओर से अनुभवों पर आधारित मॉडल की उत्तर प्रदेश पुलिस ने सराहना की है। उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से ‘एक पहल अभियान’ लॉन्च किया गया है, जिसका मसौदा राजस्थान के जुझारू आईपीएस पंकज चौधरी (IPS Pankaj Choudhary) से विस्तार से हुई चर्चाओं के बाद विकसित किया गया है। आईपीएस पकंज चौधरी राजस्थान में कम्यूनिटी पुलिसिंग के नोडल अधिकारी हैं। राजस्थान में कम्यूनिटी पुलिसिंग को लेकर किए जा रहे उम्दा प्रयासों को एप्रीशिएट करते हुए यूपी पुलिस चीफ डीजीपी प्रशांत कुमार ने एक पहल अभियान का शुभारंभ लखनऊ से किया है।
क्या है एक पहल अभियान ?
यह अभियान उत्तर प्रदेश के नागरिकों को पुलिस से जोड़ने का काम करेगा। इस अभियान के तहत आमजन अपने आस-पास की घटनाओं के प्रति संवेदनशीलता रखते हुए UP 112 पर सूचना दे सकेंगे। राजस्थान में यह प्रयास आईपीएस पंकज चौधरी ने कम्यूनिटी पुलिसिंग को बेहतर बनाने के प्रयासों के तहत किया। जिसमें जनता का जुड़ाव पुलिस से हो और सरलता, सहजता से जनता पुलिस से जुड़ सके। इससे क्राइम कंट्रोल में भी मदद मिली और न्याय मिलने में भी सरलता देखी गई। बीते दो सालों में कम्यूनिटी पुलिसिंग को सशक्त बनाने के लिए आईपीएस पंकज चौधरी दो दर्जन से ज्यादा जिलों की विजिट करके उसकी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भी सौंप चुके हैं।
‘एक पहल अभियान’ शुरू करने में इनकी रही अहम भूमिका
उत्तर प्रदेश पुलिस चीफ डीजीपी प्रशांत कुमार इस योजना की विधिवत शुरूआत की है, लेकिन योजना को यहां तक लाने में एडीजीपी कम्यूनिटी पुलिसिंग आईपीएस भजनी राम मीणा ( ADGP Bhajani Ram Meena ) और आईपीएस (डीआईजी) अनीस अहमद अंसारी (IPS Anees Ahmad Ansari) मुख्य भूमिका में रहे हैं, जिन्होंने पिछले वर्ष राजस्थान में चल रही कम्यूनिटी पुलिसिंग योजना का अवलोकन किया था। राजस्थान कम्यूनिटी पुलिसिंग से पत्राचार, आईपीएस पंकज चौधरी से गहन विचार-विमर्श और विस्तृत चर्चाओं के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से इस योजना का ड्राफ्ट तैयार किया गया।
राजस्थान में मजबूत हुई कम्यूनिटी पुलिसिंग
पुलिस और जनता के बीच संवाद और न्याय की उम्मीद में थानों के चक्कर काटने के सिलसिलों में सुधार करते हुए बीते दो वर्षों में राजस्थान कम्यूनिटी पुलिसिंग विशेष रूप से मजबूत हुई है। आईपीएस पंकज चौधरी को कम्यूनिटी पुलिसिंग का नोडल अधिकारी बनाने के बाद से लगातार चौधरी मुख्यालय और जिलों में सक्रिय रहे और खामियों को तलाशते, सुधार करते हुए आगे बढेÞ। आवश्यक बदलावों, जरूरतों और कमजोरियों पर मुख्यालय को अवगत करवाते रहे और जहां-जहां जिलों में पहुंचे, वहां कम्यूनिटी पुलिसिंग के मानक और प्रक्रियाओं को मजबूती प्रदान की। इसी दौरान आईपीएस चौधरी विभिन्न वेबीनार और सेमिनार्स का हिस्सा बने। यहीं से उत्तर प्रदेश पुलिस को राजस्थान में कम्यूनिटी पुलिसिंग के लिए हो रहे कामकाज का मॉडल पसंद आया। जिसके चलते उत्तर प्रदेश पुलिस महकमे ने जनता से जुड़ाव और पुलिस के लिए सोर्सिंंग मजबूत करने की उम्दा पहल की है।