जयपुर। चीफ सेक्रेटरी चैलेंजर्स कप 2023-24 टूर्नामेंट में एक बार फिर आईएएस नवीन महाजन की टीम ने धमाकेदार खिताबी जीत हासिल की है। आईएएस अधिकारियों की टीम ने कॉलेज एजुकेशन टीम को पटखनी देते हुए खिताब अपने नाम किया। पहले मैच में आईएएस नवीन महाजन और शरद मेहरा ने आरएएस अरुण चौधरी और जयकिशन की टीम को 9-5 से हराकर कप अपने नाम कर लिया। वहीं, दूसरे मैच में आईएएस नवीन महाजन और आईएएस रवि जैन ने कॉलेज एजुकेशन टीम के नवदीप बैंस और कन्हैयालाल गुर्जर को 9-2 से करारी शिकस्त देकर साइड कर दिया। 2-0 के साथ खिताब पर कब्जा जमाने के साथ ही आईएएस अधिकारियों ने हर बार की तरह इस बार खिताब पर कब्जा बरकरार रखा है।
आईएएस नवीन महाजन सीएस चैंलेंजर्स कप के हीरो
लॉन टेनिस के धुरंधर खिलाड़ी और आईएएस टीम को लगातार इस सीरीज में खिताबी जीत दिलावाने वाले आईएएस नवीन महाजन सीएस चैलेंजर्स कप के हीरो माने जाते हैं। 52 वर्ष की उम्र में भी अपने से आधी उम्र के खिलाडिय़ों को मैदान पर महाजन बोरिया-बिस्तर समेटने को मजबूर कर देते हैं। इस बार भी आईएएस नवीन महाजन ने लीग मैचों के दौरान अलग-अलग साझेदारियों में चार मैच खेले और फिर दोनों डबल्स मैचों में भी बाजी मार ली। चुस्ती, फुर्ती और खिताबी जीत के बारे में पूछने पर आईएएस महाजन कहते हैं, मुख्य सचिव चैलेंजर कप टूर्नामेंट है जो 2012-13 में शुरू हुआ था। मैंने तब जयपुर कलेक्टर के रूप में पहल की थी और राज्य सरकार में इसे औपचारिक रूप दिया था। विचार यह था कि सरकार के विभिन्न अंगों के खिलाडिय़ों, चाहे वे डॉक्टर, इंजीनियर, कॉलेज व्याख्याता, पुलिस अधिकारी, वन अधिकारी या नौकरशाह हों, को टेनिस कोर्ट पर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने और इस प्रक्रिया में एक-दूसरे के साथ अनौपचारिक रूप से घुलने-मिलने की अनुमति दी जाए। यह निश्चित रूप से सरकार के विभिन्न कैडरों के बीच सौहार्द की भावना पैदा करने में योगदान देता है।
कोई शॉर्टकट नहीं
इस टूर्नामेंट के ओवरऑल सिनेरियों को लेकर महाजन कहते हैं, टेनिस में आठ टीमों के साथ जो शुरुआत हुई वह अब बहुत बड़े कैनवास में विकसित हो गई है। हाल के वर्षों में बैडमिंटन भी शामिल हो गया है और टेनिस और बैडमिंटन दोनों में भाग लेने वाली टीमों की संख्या 15-16 हो गई है। हमारी आईएएस टीम शुरू से ही ट्रॉफी जीतती रही है। हमने फाइनल में हर तरह के प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ खेला है, लेकिन कभी भी ट्रॉफी को अपने हाथों से फिसलने नहीं दिया। हर बार जब टूर्नामेंट की घोषणा की जाती है, तो यह मुझे खुद को परखने का मौका देता है। स्पोट्र्स की यही तो खूबी है कि वह पद या प्रतिष्ठा नहीं जानता और आप पिछली उपलब्धियों के आधार पर सर्वोच्चता का दावा नहीं कर सकते। हर बार जब आप कोर्ट पर उतरते हैं, तो आपको खुद को अभिव्यक्त करने, प्रदर्शन करने और जीतने की जरूरत होती है। कोई शॉर्टकट नहीं!
उम्र हावी नहीं होती, ट्रॉफी जीतना हमेशा खास अनुभव
जब टूर्नामेंट शुरू हुआ तब मैं 40 साल से ऊपर का था… अब, मैं 52 साल का हो चुका हूं और फिर भी अपनी टीम को जिताने की स्थिति में हूं। यह सिलसिला थमने वाला नहीं है, भविष्य में हम और खिताबी जीत हासिल करेंगे। इस बार आखिरी मैच में सुबह कॉलेज लेक्चरर्स टीम को हराकर जो ट्रॉफी जीती, उतनी ही अहम है, जितनी पहली बार 9 साल पहले ट्रॉफी जीतने पर उसकी अहमियत थी। असल में देखें, तो टेनिस की इस आनंददायक और शानदार यात्रा में मैं जुनून के साथ आगे बढ़ रहा हंू।
संभागीय आयुक्त आरुषी अजय मलिक ने सौंपी ट्रॉफी
चैंपियनशिप के समापन के इस अवसर पर संभागीय आयुक्त आरुषी अजय मलिक, जयपुर जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने विजेता टीम को कप सौंपा। वरिष्ठ आईएएस और राजस्थान स्टेट वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के सीएमडी नवीन महाजन, आईएएस रवि जैन ने ट्रॉफी को सवीकार किया। चैंपियनशिप के समापन के अवसर पर आईएएस, आरएएस अधिकारियों समेत लॉन टेनिस से जुड़े खिलाड़ी भी मौजूद रहे। 9वां सीएस चैंलेंजर्स कप कार्मिक विभाग के तत्वावधान में जिला प्रशासन जयपुर द्वारा आयोजित करवाया गया।