अमिताभ बच्चन का लोकप्रिय शो KBC (कौन बनेगा करोड़पति) आपने जरूर देखा होगा। इस शो में भाग लेने वाले लोगों को चार में से एक सही उत्तर चुनना होता है। शो की सबसे खास बात भी यही है कि शो के दर्शक भी हॉटसीट पर खेलेने वाले चैलेंजर की तरह सही उत्तर का अंदाजा लगाने की कोशिश करते हैं। राजस्थान की राजनीति का केबीसी कल मंत्रियों की शपथ के बाद पूरा हुआ, लेकिन ब्यूरोक्रेसी का KBC (कौन बनेगा चीफ सेक्रेटरी) अभी जारी है। बीते कई दिनों से राजनीति और ब्यूरोक्रेसी का केबीसी चल रहा है, लेकिन उम्मीद है कि अगले 24 घंटों में राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी के KBC का परिणाम आ जाएगा।
ब्यूरोक्रेसी का केबीसी यानी कौन बनेगा चीफ सेक्रेटरी? के इस खेल के अमिताभ बच्चन दिल्ली में हैं! खेल का परिणाम क्या होगा वह पहले से जानते हैं, बस फिलहाल कम्प्यूटरजी में लॉक करके 24 घंटे और इंतजार करवा सकते हैं।
राजस्थान में कौन बनेगा चीफ सेक्रेटरी? का गेम जीतने की रेस में कई अधिकारी आगे हैं, लेकिन फिलहाल आईएएस सुधांश पंत (IAS Sudhansh Pant) इसे जीतते नजर आने लगे हैं। क्योंकि कल देर रात सुधांशु पंत को दिल्ली से रिलीव कर दिया गया है। पंत दिल्ली में केन्द्रीय मेडिकल एण्ड हैल्थ डिपार्टमेंट में बतौर सचिव सेवाएं दे रहे थे। राजस्थान में जलदाय मंत्री महेश जोशी से नहीं बनने के चलते उन्होंने दिल्ली जाना उचित समझा था। अब दिल्ली से रिलीव करने के बाद पंत का नाम सबसे ऊपर आता दिख रहा है।
लेकिन आईएएस सुधांश पंत ही केबीसी जीत जाएंगे, यह एश्योरेंस फिलहाल किसी के पास नहीं हैं। क्योंकि भाजपा आलाकमान ही इस बार राजस्थान में सब कुछ दिल्ली से तय कर रहे हैं। एक-एक नाम चुन-चुन कर तय हो रहा है। इधर जिसका नाम मीडिया में ज्यादा उछल जा रहा है, उसे एक कदम पीछे भी लिया जा रहा है। लेकिन राजस्थान के इस केबीसी के और भी कई प्रबल दावेदार हैं। आईएएस शुभ्रा सिंह (IAS Shubhra Singh) भी इस रेस में आगे हैं। वरिष्ठता के लिहाज से भी और महिला होने के नाते भी। छवि शुभ्रा सिंह की बिलकुल साफ है। कभी ज्यादा एक्सपोजर में नहीं रहतीं और किसी पार्टी से जुड़े होने की चर्चा में कभी नहीं रही हैं। ऐसे में शुभ्रा सिंह भी प्रबल दावेदारों में से एक हैं।
आईएएस संजय मल्होत्रा (IAS Sanjay Malhotra) का नाम भी कल शाम से चर्चा में बन आया है। प्रधानमंत्री के करीबी होने का लाभ मिला तो संजय मल्होत्रा केबीसी जीत जाएंगे। मल्होत्रा 3 मिनट में औसतन अपनी हर मीटिंग पूरी करने के लिए पहचाने जाते हैं।
देखना होगा केबीसी कौन जीतेगा, लेकिन जो भी जीतेगा, कमाल होगा। क्योंकि भाजपा का रिक्रूटमेंट शानदार होता है, भले वह मुख्यमंत्री का हो, मंत्रियों का या अधिकारियों का। अप्रत्याशित होता है। प्रभावशाली होता है। सरकारी मशीनरी से अधिकतम आउटपुट वाला होता है। बहरहाल आपको, हमें, हम सबको इंतजार है कि कौन बनेगा चीफ सेक्रेटरी? उम्मीद है, जल्द पर्दा उठेगा।